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3 फीट दूर




एक बालक बहुत ही मेहनती था। बचपन से ही वह बहुत मेहनत करता था, कि बड़ा होकर वह कुछ बन पाए। मेहनत करके उसने कुछ राशि जमा की और जब थोड़ा सा बड़ा हुआ तब उसने एक गोल्डमाइन खरीदी। उसको लगा की गोल्डमाइन में से मैं बहुत सारा गोल्ड निकलूंगा, और मैं बहुत ही धनवान बन जाऊंगा। और बात भी सही थी। महेनती तो वो बचपन से ही था, इसलिए उसने अथाक मेहनत करना चालू कर दिया। घंटे दिन में बीत गए, दिन दिनों में दिनों महीनों में और महीने साल में 3 साल हो गए, किंतु फिर भी अभी तक उसे सफलता नहीं मिली और 1 दिन थक हारकर उसने वह माइन किसी और को बेच दी, यह सोचकर इसमें कुछ भी नहीं है। और वह फिर से वही अपनी पुरानी जो बचपन से मेहनत मजदूरी कर रहा था, वहीं उसने करना चालू कर दिया।
एक दिन उसको वह आदमी जिसे उसने अपनी गोल्डमाइन बेची थी, वह मिल गया और उसने देखा कि जब उसने गोल्डमाइन खरीदी थी, तब वह इतना अमीर नहीं था जितना कि आज था। उसने कुतूहल वश उससे उसका कारण पूछा तो उस आदमी ने कहा कि, जब तुमने मुझे गोल्डमाइन  बेची उसमे मैंने केवल 3 फीट तक अंदर खुदाई की तो मुझे बहुत सारा सोना मिला, और उससे आज मैं यहां पर पहुंचा हूं इसलिए मैं तुम्हें बहुत धन्यवाद करता हूं।
हम सब बहुत मेहनत करते हैं सफलता पाने के लिए, मगर कुछ लोग या तो हम में से ज्यादातर लोग आधे रास्ते ही सफलता नहीं मिलने पर  मेहनत करना छोड़ देते है। जबकि हम अपने गोल से केवल 3 फीट यानी कि बहुत ही करीब होते हैं। याद रखिए सफलता की कामना करना हमारे हाथ में है मगर कब सफलता मिलेगी वह केवल और केवल भगवान के हाथ में है। गीता में भी कहा है कि तुम्हें केवल कर्म करने का अधिकार है कितना फल देना है और कब फल देना है उसमे तो तुम्हारा अधिकार नहीं है। इसलिए कर्म यानी प्रयत्न करो और विश्वास रखो एक दिन जरुर सफल होगे। कई लोग होते हैं जो बार-बार अपना काम बदलते जाता है। एक में सफलता ना मिली तो तुरंत ही काम बदल लेते हैं। दूसरे में ना मिले तो तीसरा। इस तरह से वह अपना सारा जीवन व्यतीत कर देते हैं। और कुछ लोग ऐसे होते हैं जो एक ही काम में दिन रात रत रहते हैं और वैसे ही लोग सफल होते हैं। ना कि बार-बार अपना काम बदलते रहते हैं ऐसे लोग। ऐसा नहीं है कि वह लोग मेहनत नहीं करते, वह भी इतनी ही मेहनत करते हैं मगर अपनी मेहनत पर विश्वास नहीं होता। इसलिए जो व्यक्ति सफलता पाने की कामना करता है उसको बार-बार अपना काम नहीं बदलना चाहिए किंतु एक ही काम में अपनी सारी ऊर्जा लगा देनी चाहीए।

  


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