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Time is Money

 

 बहुत बर्षो पहेले की एक बात है। एक आदमी को पैसे कमाने का जूनून चढ़ा। और वो ऐसे पैसे कमाने में डूबा की दिन महीने  महीने वर्षो में कब बदल गए पता ही चला। और देखते ही देखते उसके पास अपार धन और समृद्धि हो गई। वो गांव का सबसे धनवान वयक्ति हो गया। एक दिन उसने देखा की उसके शयन कक्ष में कोई खड़ा है। उसने पूछा, "कोण हो तुम?"  उस व्यक्ति ने कहा की, "में यम दूत हु और तुम्हारा जीवन यही पे समाप्त हो गया है। अब तुम्हे मेरे साथ आना पड़ेगा।" वह व्यक्ति गभरा गया उसने कहा, "मेने तो अभी अपना जीवन जिया ही नहीं है। मुझे तो अभी बहुत काम बाकि है, कई सपने बाकि है। में तो अब तक केवल धन कमाने में ही व्यस्त था।"  यमदूत ने कहा, "ये सब में नहीं जनता मुझे आदेश मिला है के मै तुम्हे लेके आउ। 

 

बहुत बिनती कर ते हुए कहा की, "तुम मेरे आधी सम्पति लेलो मगर मुझे केवल एक महीना देदो। मगर यमदूत नहीं माना। तब उसने कहाकि, "तुम मेरी पुरि सम्पति लेलो मुझे एक दिन देदो।" मगर फिर भी यमदूत नहीं मना" बहुत बिनती  करनेके बाद यमदूत ने केवल एक वाक्य लिखने का समय दिया। और उस वयक्ति ने लिखा की,

"मेरे पूरी सम्पति भी मुझे एक दिन का समय नहीं खरीद सकी, इसलिए  सम्पति के पीछे मत भागो बल्कि जीवन की हर एक क्षण को जी भर के जियो।"  

 



दोस्तों आज का दौर भी ऐसा ही है। आज लोग पैसे के पीछे भेड चाल में ऐसे भाग रहे है की उनको पता ही नहीं की जीवन का उद्देश्घ्य क्या है? बस कम समयमे कैसे ज्यादा पैसे कमाए यही सब के दिमाग में रहता है। उसके लिए कुछ भी करना पड़े लोगो को कोई फर्क नहीं पड़ता। बस पैसे मिलने चाहिए। और ऐसे में ही उनकी पूरी ज़िंदगी निकल जाती है।  समय निकल जाता है तो सिवाय पछताने के सिवाय कुछ भी नहीं कर सकते है। 


याद रखिये सबसे कीमती पैसा या ज़ेवर नहीं होते, बल्कि सबसे कीमती आपका जीवन और समय होता है।  क्योकि यदि  पैसा या ज़ेवर तो वापिस आइ है। मगर एक बार गया हुआ समय और जीवन कभी वापस नहीं आ सकता है।  इसलिए समय की कदर करे। उसको यही किसे के लिए या इधर उधर की बातो में व्यक्त  किन्तु अपने जीवन का एक लक्ष्य बनाये। और उस लक्ष्य को पाने का एक टाइम टेबल बनाये। मगर उस टाइम टेबल में अपने लिए भी समय निकले और उसमे आपके शोख, और अपनों को स्थान दे। और उसको फॉलो करे। फिर देखे आप का जीवन कैसे आनंद से निकलता है। आपको लगेगा की है मने अपना जीवन को जिया है और फिर आपको कोई शिकायत नहीं रहेगी। और जब अंत काल आये गए जो एक न एक दिन जाना ही है तब आप हसते हसते इस दुनिया से बिदा  लेंगे।  

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