दोस्तों, कई लोगो कि life story ऐसी होती है की, हमें लगता है की जैसे हम कोई novel पढ़ रहे हो, या कोई movie देख रहे हो। विश्वास करना मुश्किल होता है की किसी की life में इतनी challenge के बाद भी कोई इतना सफल जीवन जी सकता है। पर कहते है की सोने की किंमत उतनी बढ़ती है जितनी देर तक वो आग में तपा हो। वैसे ही कोई भी इंसान उतना ही सफल होता है जो जीवन में आई मुश्किलिरूपी आग में वो तपा हो।
जीवन में मुश्किलें तो आएँगी अब वो हमारे पर है की उस आग में कूद कर हम सोना बने, या मुश्केली को इग्नोर कर के हम ऐसे ही अपना जीवन व्यतीत कर दे।
चलिए आज में एक ऐसी ही एक बहुत ही success life story के बारे में बताने जा रहे हूँ जिसका पूरा जीवन ही एक ज्वालामुखी था। पर वो उस ज्वालामुखी में से तप कर एक खरा सोना बनकर उभरी। और हम सब को एक सिख दे गयी की, यदि इंसान चाहे तो जीवन में चाहे कैसी भी परिस्थिति क्यों न हो, उसको सफलता के सिखर पर पहुँच ने से कोई नहीं रोका सकता।
Oprah Winfrey इस नाम से हम सब परिचित है। चाहे English आती हो या न आती हो पर हम सब ने उसका शो 'ओपेरा' को जरूर देखा होगा। September 8, 1986, to May 25, 2011 तक चलने वाल ये शो न केवल 20 -21 के दशक बल्कि आज तक के सभी talk show में सबसे successful show है।
मैं बहुत छोटी थी जब मैंने ये शो देखा था। मुझे आज भी याद है उस में जब पहलीबार एक काली, मोटी और घुंघराले बालो वाली औरत को देखा था तब मैंने सोचा की ऐसी औरत भी anchor बन सकती है ? जरूर ये बहुत ही पैसेवाली होंगी तभी वो इस शो की anchor है।
पर मेरा ये भ्रम तब टूटा जब मैंने उसकी success life story सुनी। सच कहती हूँ उसकी जगह पर मैं अपने आपको एक minute भी नहीं रख पाई। उसकी स्टोरी को पढ़ कर मैंने ये जाना की सफलता किसी भी व्यक्ति की सुंदरता को देख के नहीं आती। बल्कि सफलता का लड्डू वही चख सकता है, जो अंदर से खूबसूरत और मजबूत हो।
True Motivational Life Story
Oprah Winfrey एक बिन बिहाई माँ की बेटी थी। उसकी माँ बहुत ही कम उम्र में ओपेरा को जन्म दिया था। वो दूसरे के घरो में काम करती थी। इसलिए उसने अपनी पाँच साल की बेटी को अपनी माँ के यहा भेज दिया। ओपेरा की नानी ने उसको घर पर ही पढ़ाया क्योकि उसके पास ओपेरा की स्कूल की फीस के पैसे नहीं थे।
बचपन से ही ओपेरा के पास एक अद्भुत ही speech थी। वो किसिस को भी अपनी speech से प्रभावित कर सकती थी। जब वे 6 साल की हुई तब उसकी नानी ने ओपेरा को उसकी माँ के पास वापस भेज दिया। माँ के पास वापस जाने के बाद मानो ओपेरा के जीवन में मुसीबतों का पहाड़ ही टूट पड़ा।
ओपेरा की माँ दुसरो के घरोमे काम करती थी। इसलिए उसके पास ओपेरा के लिए ज्यादा समय नहीं था। इसी बात का फायदा उठा कर ओपेरा के करीबी राश्तेदारो ने बहुत ही कम उम्र से ही ओपेरा के साथ बलत्कार किया। ये एक या दो दिन तक सिमित नहीं था बल्कि वर्षो तक उसके साथ ये होता रहा।
हम कल्पना तक नहीं कर सकते की एक छोटी सी बच्ची के मन पर क्या गुजराती होती। कोई भी इन्सान ऐसे हादसों से टूट जाता है बिखर जाता है। पर यर ओपेरा अलग ही मिटटी की बनी थी। 13 साल की उम्र में उसने ये निश्चय किया की वो अपना जीवन बदल कर ही रहेगी।
Apne Goal Ko Apni Jarurat /Junoon Banao. / Success Tips
वो कुछ पैसे ले कर घर से भाग गई। वर्षो तक उस पर हो रहे अत्याचारों के कारण उसने १३ साल की उम्र में एक बच्चे को जन्म दिया। पर वो मरा हुआ पैदा हुआ। कुछ ही समय में उसकी माँ ने उसको ढूढ़ ही लिया। ओपेरा की माँ गरीब ही सही पर एक माँ थी। उसको भी अपनी बेटी की future की चिंता थी। उसकी हालत देख कर उसकी माँ ने उसको high school में दाखिला दिलवाया।
यहाँ पर भी मुश्केलियो ने उसका साथ नहीं छोड़ा। वहा पर आमिर घर के बच्चे उसके देखावे और गरीबी का मज़ाक उड़ने का एक मौका भी नहीं छोड़ते थे। ये सब देखा कर ओपेरा निराशा से घिर गई। पर वो अपनी माँ की बजह से स्कूल को छोड़ भी नहीं सकती थी। इसिलए उसने अपनी निराश को दूर करने और स्कूल में अपनी impression बनाने के लिए घर से पैसे चुराना चालू किया।
इसी बजह से ओपेरा की उसकी माँ के सम्बन्धो में दरार आना चालू हो गई। आखिर परेशांन हो कर उसकी माँ ने उसको अपने step father के पास भेज दिया। उस समय ओपेरा को लगा की और मुसीबत उसके जीवन में आने वाली है। ओपेरा को तो अब मुसीबतो से आदत सी पड़ गई थी। वो तैयार हो गयी नयी मुसीबतो का सामान करने के लिए।
पर इस बार ऐसा नहीं था। मानो उसकी किस्मत ने उस पर रहेंम आ गया। उसके step father एक बहोत ही अच्छे इंसान थे। उन्होंने ओपेरा को एक पिता के प्यार के साथ साथ अनुशाशन, सुरक्षा और अपनापन भी दिया। इसकी बजह से कुछ ही समय में ओपेरा स्कूल में सब से brilliant student बन गई।
ये एक अच्छे parenting का सबसे अच्छा उदहारण है। अगर बच्चो को एक अच्छी परवरिश मिले तो कोई भी बच्चा अपने जीवन में सफलता के सिखर चढ़ सकता है। ओपेरा के साथ भी यही हुआ बोलने की स्किल तो भगवान ने दे ही थी इसके चलते वो स्कूल के ड्रामा में भी उसने अपना नाम बनाया। देखते ही देखते वो स्कूल में बहुत ही मशहूर हो गयी।
अपने स्कुल के आखरी दिनों में ओपेरा को लोकल रेडिओ चैनल में न्यूज़ रीडिंग की जॉब मिल गयी। पर उसने पढाई पर से अपना focus नहीं हटाया। state university की scholarship में वो first आयी। वो दो साल तक यूनिवर्सिटी की पढाई के साथ साथ news reading भी करती थी। साथ ही साथ वो दो ब्यूटी कांटेक्ट की विनर भी बनी।
उसी दौरान उसको एक न्यूज़ चैनल ने रिपोर्टर की जॉब की ऑफर करी। ओपेरा अपनी पढाई को छोड़कर वो जॉब करने का फैसला किया। ओपेरा ने वहा पर भी अपनी एक नई पहचान बनाई। ऐसा लग रहा था के अब ओपेरा के जीवन की सारी मुश्केलिया समाप्त हो गयी है। पर भगवन को अभी भी ओपेरा को और निखारन था। उसको और भट्टी में तपना था। उसको और निखरना था।
अच्छे लोगो की एक खराबी होती है की वो बहुत sensitive होते है। ओपेरा भी उन्ही लोगो में से एक थी। वो केवल न्यूज़ ही नहीं पढ़ती, उसकी तह तक जाती थी और बात करती थी। उसकी इस खासियत से न्यूज़ के मालिक उस पर नाराज़ हो गए और उसको जॉब में से निकाल दिया।
जिस जॉब के लिए उसने अपनी graduation छोड़ी उसी ने उसका साथ छोड़ दिया। यदि कोई आम इन्सान होता तो वह टूट जाता। पर ये ओपेरा थी उसने अपनी लाइफ में positive attitude नहीं छोड़ा। महेनत करने वालो के लिए यदि एक रास्ता बंध हो जाता है तो भगवन हजारो और खोल देते है।
ओपेरा को जल्द ही एक show 'people are talking' का होस्ट बना दिया गया। ओपेरा ने अपने अथाग महेनत से उसने ७ साल तक वो चलाया। उसके बाद वो शिकागो चली गयी। वहा पर उसको एक morning show मिला जिसका नाम था 'A.M. morning. उसके बाद opera ने पीछे मूड कर नहीं देखा। जब होस्टिंग चालू करी उस समय वो एक low rated show था।
ओपेरा की महेनत और स्किल के कारन वो शो कुछ ही समय में low rate में से दुनियाका सबसे बड़ा show बना दिया। जिसको आगे चलकर opera के नाम से जाना जाने लगा। 'opera' एक ऐसा शो था जहा पर celebrity आने के लिए तरस ते थे। 'opera' के शो के बुलवे का दुनिया के सभी बड़े celebrity इंतजार करते थे। यही बात से हमें इस शो की popularity के बारे में पता चलता है।
आज ओपेरा न केवल एक highest paid TV artist है बल्कि Ameraica की सबसे बड़ी self made महिला भी है। अमिर बनाने के बाद ओपेरा ने कई सामाजिक कार्य भी किये इसके लिए उसको विशेष Oscar से सन्मानित भी किया। इतना ही नहीं times और forbes जैसी magazine में भी ओपेरा का जिक्र हुआ। २०१३ में उसको presidential medal of freedom भी बराक ओबामा के हाथ से मिला है। जो सर्वश्रेष्ठ नागरिक ऑफ़ अमेरिका को दिया जाता है।
वो आज भी कहती है की 'आज भी मेरे पैर जमीन पर है। बस आज मैं अच्छे चप्पल पहनती हूँ'
सच में यदि इन्सान चाहे तो वो किसिस भी परिस्थिति में क्या कुछ नहीं कर सकता वो ओपेरा से हमें सीखना चाहिए।
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