सैकड़ों साल पहले एक राज्य में एक ऋण-शार्क रहता था। वह बहुत ही बदसूरत, लालची और मतलबी था। वह छोटे व्यवसायियों को ब्याज पर ऋण देता था, और उसको ना लौटा पाने पर वह उस पर बहुत ही जुल्म करता था। वह बहुत ही निर्दई था। ऋण के लिए वह उस व्यापारी को पूरी तरह से बर्बाद कर देता था। एक बार ऐसे ही उसने एक छोटे से व्यापारी को ऋण दिया। व्यापारी की एक बहुत ही सुंदर कन्या थी। उस ऋण-शार्क की नजर उस कन्या पर थी। किसी कारणवश वह व्यापारी उसका ऋण नहीं चुका पा रहा था। 1 दिन ऋण-शार्क उस व्यापारी के घर पर गया और कहा,'मैं आपका ऋण माफ करने के लिए तैयार हूं किंतु मेरी एक शर्त है इस थैले में मैं दो पत्थर रख लूंगा एक सफेद और एक काला आपकी बेटी को इसमें से एक पत्थर निकालना होगा, अगर वह काला पत्थर निकालते हैं तो मैं आपका ऋण क्षमा कर दूंगा किंतु आपकी बेटी को मुझ से विवाह करना पड़ेगा, और यदि वह सफेद पत्थर निकालते हैं तो मैं आपका ऋण भी क्षमा कर दूंगा और आपकी बेटी को भी मुझ से विवाह करने की आवश्यकता नहीं है।' यह एक बहुत ही घृणित प्रस्ताव था, किंतु उस व्यापारी के पास उस प्रस्ताव को मानने के सिवा और कोई ...