सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

संदेश

Bhagavad gita and Mahabharat war in hindi

भगवत गीता से समजिये महभारत का मुख्य कारन।  दोस्तों, यदि हम किसी से भी पूछेंगे की  महाभारत का युद्ध क्यों हुआ तो ज्यादातर लोग यही कहेंगे की द्रौपदी की बजह से ये यूद्ध हुआ। यदि द्रौपदी दुर्योधन का अपमान न करती तो ये यूद्ध कभी भी नहीं होता। ये हमारी मानसिकता है की यदि परिवार में कुछ भी गलत हो तो उसका दोषारोपण घर की स्त्री पे ही किया जाता है।  कोई शकुनि के कारन कहेगा तो कोई दुर्योधन को उसका कारन बताएगा। पर ये real reason mahabharat का नहीं है।   आज मैंने जब गीता पढ़ी और उसके पहले ही श्लोक में इस महाभारत का मुख्य कारन दिखाया गया है। जिस पर आज तक किसी  शायद ध्यान ही नहीं गया है। भगवत गीता खोलते ही सब से पहला श्लोक आता है  धृतराष्ट्र उवाच | धर्मक्षेत्रे कुरुक्षेत्रे समवेता युयुत्सवः | मामकाः पाण्डवाश्चैव किमकुर्वत सञ्ज   य ||1|| 'धृतराष्ट्र ने कहा हे संजय धर्मभूमि कुरुक्षेत्र में एकत्र हुए युद्ध के इच्छुक (युयुत्सव) मेरे और पाण्डु के पुत्रों ने क्या किया' ? यदि इस श्लोक को ध्यान से पढ़ेंगे तो पाएंगे की, यहाँ पर धुतरास्ट्र ने ' मेरे और पाण्डु के पुत्र' कहा है। बस यही सबसे बड़ा का

Recognize the opportunity in hindi/ Success Tips

avsar ko kaise pahechane ? दोस्तों, आज की success tips में हम बात करेंगे सही अवसर को पहचान के जीवन में सफलता प्राप्त कैसे करते है ? दोस्तों हम अक्सर ये कहते है की हर एक के जीवन में opportunity आती ही है। बस हमें उसका इंतजार करना पड़ेगा। हम सब उस एक अवसर का इंतजार करते करते अपना पूरा जीवन बिता देते है। हम में से ज्यादातर लोगो की जीवन में वो अवसर आता ही नहीं।  पर ये बात सच नहीं है। हम सब के जीवन में अवसर जरूर आता है।  पर हम में से ज्यादातर लोग उसको गवा देते है। क्योकि सफल व्यक्ति के लक्षण यही है की वो उस अवसर को पहचाने। जो हर किसी के बस की बात नहीं होती। यही फर्क होता है एक आम इंसान में और एक सफल इंसान में।  ज्यादातर लोग मेरी इस बात से सहमत नहीं होंगे, की भला ऐसा कैसे हो सकता है ? उसका जवाब ये कहानी है। इस motivational story  के माध्यम से हम इस बात को समझेंगे।  एक व्यक्ति जीवन से हर प्रकार से निराश था। लोग उसे मनहूस के नाम से बुलाते थे। एक ज्ञानी पंडित ने उसे बताया कि तेरा भाग्य फलां पर्वत पर सोया हुआ है, तू उसे जाकर जगा ले तो भाग्य तेरे साथ हो जाएगा। बस! फिर क्या था वो चल पड़ा अपना सोया भ

Apne Goal Ko Apni Jarurat /Junoon Banao. / Success Tips

Success tips with Arunima Sinha    जिस दिन किसी भी लक्ष के प्रति आपकी अंतर आत्मा जग गई उस दिन आपको सफल होने से कोई नहीं रोक सकता।  दोस्तों, जरा सोचिये हमें अगर कोई चलती ट्रैन में से निचे फेंक देता है, और हमारे दोनों पाव चले जाये तो हम उस समय क्या सोचेंगे? लगभग हम सब उस समय सब से पहले तो भगवान को कोसेंगे। suicide का सोचेंगे। हमारा जीवन निराशा से भर जायेगा। अब आगे क्या ? ये सोच सोच कर हम depression में चले जायेंगे। जिस इंसान ने हमें  फेका उससे  कैसे हम बदला ले ? यही सारी  बातें हमारे दिमाग में होती है।  यही फर्क होता है एक आम इंसान में और एक चैम्पियन में। आज हम भारत की पहली अपाहिज महिला जिसने mount Everest  सर किया (अरुणिमा सिन्हा ) उसके जीवन की कहानी के जरिये success tips देखेंगे।  लोगो की मत सुनो।  जब अरुणिमा सिन्हा को चलती ट्रैन से  इसलिए फेका निचे क्योकि उन्होंने बदमाशों को उसने अपनी सोने की चैन नहीं देनी थी। उसको चलती ट्रैन से निचे फेक दिया और उसके दोनों पैर कट गए। अरुणिमा एक नेशनल प्लेयर थी। उसको treatment तो अच्छी मिली, पर न्यूज़ चैनेलों और अख़बार वालो  ने बिना कोई पड़ताल किये उसके ऊ

What is the best gift for women in hindi.

best gift for women   अभी अभी women's day गया। कई हफ्तों पहले women's डे के लिए तरह तरह की offers शुरू थी। पूरी दुनिया में news room से लेकर social media तक women's day की धूम मच रही थी। ऐसा लगता था की औरतो की लोग कितनी इज़्ज़त करते हैं ? उस दिन whats app, Facebook, twitter में भी दुनिया की बड़ी बड़ी हस्तियों ने सभी महिलाओ को wish किया। उनके अधिकारों की बात करि। उनके काम को सराहा। उस दिन ऐसा लग रहा था की औरतो के साथ सभी खड़े है। लोग कितना सन्मान करते है महिलाओ का ? हमारा समाज कितना सजग है औरतो के अधिकारों के प्रति ?  देवी, दुर्गा, घर की रीढ़ की हड्डी और पता नहीं क्या क्या शब्दों से औरतो को नवाजा गया था। सच में उस दिन एक औरत होने पर गर्व होता था।  ये सारे मैसेज पढ़कर ख़ुशी होती थी की, हम औरतो के लिए लोगो के दिल में कितनी इज़्ज़त है ? तभी मेरी नज़र एक और न्यूज़ पर पड़ी और मेरी साडी ख़ुशी, सारा गर्व एक पल में ही गुम हो गया। वो न्यूज़ थी आयशा आरिफ खान की। जिसने शादी के महज दो साल में खुदखुशी कर ली।  यहाँ पर हम उस की स्टोरी की बात बिलकुल ही नहीं करेंगे। क्योकि सब ने सुनी और देखि हुए है। यहाँ प

parenting tips -3l baaz se sikhe parenting tips

Successful parenting.   दोस्तों, हम सब को लगता है की आज के ज़माने में हमारा जीवन बहुत ही सरल और आसान हो गया है। अगर देखा जाये तो ये बात सच भी है। पहले के ज़माने में १०-१२ किलोमीटर जाने के लिए भी पूरा दिन निकल जाता था। उसकी तैयारी महीनो पहले किया करते थे। तब जा के कही हम १० से १२ किलोमीटर का सफर तय कर पाते थे।  आज कल हम लाखो किलोमीटर का सफर चुटकियो में तय कर लेते है, वो भी बड़े ही आराम से। सिर्फ मुसाफरी में ही नहीं पर हमारी लाइफ हर तरह पहले के लोगो से ज्यादा आरामदायी हो गई है। वो चाहे खाना बनाना हो, चाहे खेतीबाड़ी हो हर तरह के उपकरण मौजूद है जिस से हम हर काम आराम से और बहुत ही कम समय में कर सकते है।  ये बात जितनीसच है उतनी ही एक और बात भी सच है की, आज चाहे जितनी ही आरामदायी जीवन हम क्यों न जिए, पर पहले के लोगो के मुकाबले हम लोग ज्यादा दुखी है। पहले लोग पूरा दिन खेत में या कही भी काम कर के थक कर घर पे आते थे और खाना खा कर आराम से सो जाते थे। तब नहीं आरामदायी कमरे थे, न ही आरामदायी गद्दे, A.C. तो छोड़ो पंखे तक नहीं होते थे। फिर भी वो जितनी सुकून की नींद सोते थे उतनी आज हम महल जैसे घरो में नहीं